Wednesday, February 1, 2023

खेलने कूदने की उम्र मे 8 साल के बच्चे ने बनाया ऐप !

 

मनुष्य के जीवन में पढ़ाई एक ऐसी महत्वकांक्षा है, जो ज्ञान से एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण होता है, कुछ बच्चों का पढ़ाई में खूब मन लगता है, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो हमेशा पढ़ाई से दूर भागते हैं, लेकिन खैर आज हम जिस बच्चे की बात करने जा रहे है उसका दिमाग शायद आइंस्टीन से कम नहीं है। जी हां आपने सहीं सुना। दरअसल, हाल ही में भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुल 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। उनमें से एक बेंगलुरु के 8 वर्षीय ऋषि शिव प्रसन्ना भी थे। प्रसन्ना ने एंड्रॉइड ऐप स्टोर के लिए तीन ऐप विकसित करने के लिए पीएम राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जीता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उनका आईक्यू लेवल 180 है जो हमारे वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के आईक्यू लेवल से भी अधिक है।

अल्बर्ट आइंस्टीन से भी ज्यादा है इस बच्चे का आईक्यू लेवल 

सबसे कम उम्र के ऐंड्रॉयड डेवलपर्स में से एक प्रसन्ना ने एलिमेंट्स ऑफ अर्थ नामक किताब भी लिखी है। जहाँ प्रसन्ना का आईक्यू लेवल 180 है। वहीं वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के आईक्यू लेवल 160 ही था। प्रसन्ना मेन्सा इंटरनेशनल के सबसे कम उम्र के सदस्यों में से एक हैं। वह करीब चार साल के ही उम्र में मेन्सा इंटरनेशनल में शामिल हो गए थे। लेकिन उनके करनामे यही सीमित नहीं है। वल्कि वो दो साल की उम्र में पढ़ना सीख लिया था। जबकि एक साधारण बच्चा तीन साल की उम्र मे पढ़ना शुरू करते है। इतना ही नहीं प्रसन्ना सौर मंडल, ब्रह्मांड, ग्रहों, आकृतियों और संख्याओं के बारे में खूब जानते हैं। उन्होंने बताया कि मैंने 5 साल की उम्र में कोडिंग सीखी, और अब मैंने कई यूजर.अनुकूल ऐप विकसित किए हैं। 

इस बच्चे के कारनामे सुनकर हो जाएंगे हैरान

मैं एक वैज्ञानिक बनना चाहता हूं जो धरती की रक्षा में मदद करे। बता दें कि प्रसन्ना सबसे कम उम्र के Google सर्टिफाइड Android डेवलपर्स में से एक हैं। उन्होंने बच्चों के लिए आईक्यू टेस्ट ऐप दुनिया के देश और सीएचबी बनाए हैं। इतना ही नहीं पांच साल की उम्र में ही, प्रसन्ना ने जेके राउलिंग की पूरी हैरी पॉटर सीरीज पढ़ डाली। बता दें कि ये किताब एक लाख से अधिक शब्दों में है साथ ही इसके सात भाग हैं। पढ़ने के अलावा उन्हें लिखने में भी काफी दिलचस्पी है। वह पहले ही 2 किताबें लिख चुके हैं।


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